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वहीं, कानपुर की एक अदालत द्वारा 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी इरफान ने बताया कि वह शहला की हत्या करने के लिए तैयार नहीं था लेकिन जाहिदा ने उसे और उसके साथियों को बताया कि शहला अच्छी औरत नहीं है और लड़कियों को वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेल रही है।
उत्तर प्रदेश के विशेष कार्रवाई दस्ते (एसटीएफ) द्वारा कानपुर में गिरफ्तार इरफान ने कबूला है कि उसने दो लाख रुपये सुपारी लेकर अपने साथी शानू लंगड़ा के साथ भोपाल जाकर शहला की हत्या की।सीबीआई ने शहला की सुपारी देकर हत्या करवाने के आरोप में मंगलवार को भोपाल की इंटीरियर डिजाइनर जाहिदा परवेज को गिरफ्तार किया। जबकि शहला की हत्या करने वाले व्यक्ति को मंगलवार देर रात कानपुर से गिरफ्तार किया गया।
जांच एजेंसी ने बुधवार को जाहिदा और अन्य आरोपी साकिब को इंदौर स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया। अदालत में जाहिदा ने खुद को बेगुनाह बताते हुए अपने पति के अवैध संबंधों की बात से इंकार किया। अब सीबीआई के सामने सबसे बड़ी चुनौती हत्या का मकसद साफ करने की है। अदालत ने दोनों आरोपियों को छह मार्च तक सीबीआई हिरासत में भेज दिया।जाहिदा की वकील नफीसा खान के मुताबिक उन्होंने न्यायाधीश को बताया कि सीबीआई द्वारा आरोपियों को प्रताड़ित किया जा रहा है, जिस पर न्यायाधीश ने सीबीआई को निर्देश दिए हैं कि जाहिदा का नियमित चिकित्सकीय परीक्षण कराया जाएजाहिदा ने शहला के कत्ल के लिए शाकिब डेंजर से संपर्क किया। शाकिब कानपुर के तलाक महल इलाके में रहने वाले इरफान से मिला। इरफान अपने साथ शानू ओलंगा और सलीम को साथ लाया था। दस अगस्त को जाहिदा ने काली इंडिका कार से जाकर उन्हें दो लाख रुपये दिए। बाकी रकम काम हो जाने के बाद देना तय हुआ। 20 नवंबर को शानू की कानपुर में हुए एक गैंगवार में रईस बनारसी और राजकुमार उर्फ मामा बिंद ने हत्या कर दी थी।
भोपाल के पुराने शहर से पकड़े गए शाकिब डेंजर ने सीबीआई को बताया कि तीनों शूटरों के साथ वह भी 16 अगस्त को शहला के घर गया था। इससे पहले उन्होंने कई बार रेकी भी की थी। शाकिब एक अलग बाइक से था और तीनों शूटर एक बाइक से थे। बाइक जाहिदा ने उपलब्ध कराई थी। गोली मारने के बाद शानू आगरा और इरफान व सलीम कानपुर चले गए थे। शाकिब इस दौरान भोपाल में ही घूमता रहा। सीबीआई को अब इस मामले में तीसरे शूटर सलीम की तलाश है

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