अन्ना हजारे तीन-चार दिन में मौन व्रत खत्म कर सकते हैं। उसके बाद वे विभिन्न राज्यों के दौरे पर निकलेंगे। पिछले एक पखवाड़े से वे मौन व्रत पर हैं। हजारे ने सोमवार को अपने ब्लाग पर लिखा, ‘मैं मौन व्रत तोडऩे पर विचार कर रहा हूं। मैं तीन-चार दिन में व्रत तोड़ सकता हूं। दुनिया भर में करोड़ों लोग मेरा ब्लॉग पढ़ रहे हैं। इसलिए मैं समझता हूं कि यह उचित होगा कि मैं यह व्रत तोड़ कर उनके साथ खुला संवाद करूं।’
अन्ना ने अपने करीबी सहयोगियों से मुलाकात के एक दिन बाद मौन व्रत तोडऩे का संकेत दिया है। रविवार को अरविंद केजरीवाल, प्रशांत भूषण व किरण बेदी ने रालेगण सिद्धि में उनसे मुलाकात की थी। इस मुलाकात में अपने भ्रष्टाचार विरोधी संगठन के लिए संविधान बनाने और कोर कमेटी को नया आकार देने का फैसला किया गया।
अन्ना ने ब्लॉग पर कहा कि व्रत तोडऩे के बाद वे विभिन्न राज्यों के दौरे पर निकलेंगे और उन सभी युवाओं, किसानों, कामगारों और स्कूली बच्चों से मिलेंगे जिन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा लिया और इस उद्देश्य के लिए जेल तक गए। उन्होंने कहा कि उनकी दिली तमन्ना है कि वे उन लोगों से मिलें जिन्होंने बहादुरी से खतरों का सामना किया। इसलिए वे मौन व्रत तोड़कर उनके साथ विचार-विमर्श करना चाहते हैं। अन्ना ने उम्मीद जताई कि इन युवाओं से उन्हें उतनी ही ऊर्जा मिलेगी जितनी उन्हें पिछले आंदोलन के दौरान मिली थी। इस ऊर्जा का इस्तेमाल लोकपाल विधेयक को पारित कराने के लिए किया जाएगा।
अन्ना ने 16 अक्टूबर को ‘स्वास्थ्य कारणों’ से अपना मौन व्रत शुरू किया था। उनका मौन व्रत ऐसे समय में हुआ जब उनकी टीम के कुछ सदस्यों पर तरह-तरह के आरोप लगे और कोर कमेटी के दो सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया।

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