गर्मी का मोसम धीरे -धीरे जा रहा है और ठंड के मौसम का आगमन हो रहा है| जैसे -जैसे ठंड बड़ रही है वैसे -वैसे गरीव लोगो की परेशानी बड़ने लगी है . क्योकी गरीब लोगो के पास न तो घर है और न ही उनके ऊपर कोई साया है उनके पास तो खाने के लीए एक दीन का भोजन भी नहीं है | बह इस कपकपाती ठंड अपने लीए न ही उनी कपढ़े खरीद पाते है और न ही उनकी कोई मदद करता है | अब देखने वाली बात यह होगी की कीस तरह बह इस ठंड अपने आप को बचाते है या फीर ठंड का शीकार हो जाते है | क्योकी गरीब लोगो की न तो सर्कार ठीक समय से मदद करती और न ही कोई अमीर आदमी मदद करता |
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