राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी पीसी लामकुंगा ने बताया कि आरंभिक रिपोर्ट के मुताबिक राज्य की ६० सीटों के लिए कुल 17.40 लाख मतदाताओं में से 82 फीसदी ने वोट डाले। कई जगहों से मतदान की सूचना मिलने में समय लगेगा। राज्य में पिछले विधानसभा चुनाव 2007 में हुए थे। तब मतदान का प्रतिशत 84.8 रहा था। 2009 के लोकसभा चुनावों में 67.8 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।
मणिपुर में शनिवार को अलगाववादियों की धमकी को धता बताते हुए लोगों ने भारी संख्या में मतदान किया। यहां ८२ फीसदी वोटिंग हुई। हालांकि एक आतंकवादी हिंसा में सात लोग मारे गए। चंदेल विधानसभा क्षेत्र के ताम्पी मतदान केंद्र में दोपहर 12.30 बजे एक व्यक्ति पिस्तौल लेकर अंदर घुसा और उसने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान, तीन चुनावकर्मी और एक वोटर मारा गया। सुरक्षा बलों ने जवाबी फायरिंग की जिसमें हमलावर ढेर हो गया। बुरी तरह घायल एक मतदाता की बाद में इंफाल के एक अस्पताल में मौत हो गई।
तृणमूल कांग्रेस 47, मणिपुर स्टेट कांग्रेस पार्टी 31, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी 24, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी 22, भारतीय जनता पार्टी 19, मणिपुर पीपुल्स पार्टी 14 और माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है। ताजा चुनावों में कुल 274 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है जिनमें 15 महिलाएं भी हैं। राज्य में 2365 मतदान केंद्र बनाए गए थे जिनमें 23650 चुनावकर्मियों ने 2365 इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों के जरिए वोटिंग कराई। लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की मुहिम में जुटी कांग्रेस ने सभी 60 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं।




















