कहते हैं क्रिकेट में एक गलती ही मैच गंवाने के लिए काफी होती है। ऐसा लगता है भारतीय टीम एक नहीं दो-दो गलतियां कर चुकी है। पहले दिन जहां कप्तान धोनी ने रिकी पोंटिंग का कैच टपकाया था, वहीं दूसरे दिन तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने माइकल क्लार्क को आउट करने का एक सुनहरा मौका हाथ से गंवा दिया।
सिडनी टेस्ट के दूसरे दिन कप्तान क्लार्क के दोहरे शतक की बदौलत मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने मैच पर अपनी पकड़ बना ली है। इसका श्रेय काफी हद तक इन दो गंवाए हुए मौकों को भी जाता है। मैच के दूसरे दिन क्लार्क जब 182 रन बनाकर खेल रहे थे, तब 92वें ओवर की दूसरी गेंद पर ईशांत शर्मा ने कैच टपका दिया। इस जीवनदान का फायदा उठाते हुए क्लार्क नाबाद 250 रन बना चुके हैं। ईशांत ने जहां दूसरे दिन क्लार्क को जीवनदान दिया, वहीं इससे पहले खुद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पहले दिन रिकी पोंटिंग का कैच गिराया था। तब पोंटिंग ने महज 11 रन बनाए थे। इसके बाद पोंटिंग 134 रन की पारी खेलकर आउट हुए।मेलबॉर्न टेस्ट में भी टीम इंडिया को ऐसी गलतियों का खामियाजा 122 रन की करारी हार के साथ भुगतना पड़ा था|
सिडनी टेस्ट के दूसरे दिन कप्तान क्लार्क के दोहरे शतक की बदौलत मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने मैच पर अपनी पकड़ बना ली है। इसका श्रेय काफी हद तक इन दो गंवाए हुए मौकों को भी जाता है। मैच के दूसरे दिन क्लार्क जब 182 रन बनाकर खेल रहे थे, तब 92वें ओवर की दूसरी गेंद पर ईशांत शर्मा ने कैच टपका दिया। इस जीवनदान का फायदा उठाते हुए क्लार्क नाबाद 250 रन बना चुके हैं। ईशांत ने जहां दूसरे दिन क्लार्क को जीवनदान दिया, वहीं इससे पहले खुद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पहले दिन रिकी पोंटिंग का कैच गिराया था। तब पोंटिंग ने महज 11 रन बनाए थे। इसके बाद पोंटिंग 134 रन की पारी खेलकर आउट हुए।मेलबॉर्न टेस्ट में भी टीम इंडिया को ऐसी गलतियों का खामियाजा 122 रन की करारी हार के साथ भुगतना पड़ा था|
No comments:
Post a Comment