बल्लेबाजी के अनुकूल कहे जाने वाले सिडनी क्रिकेट ग्राउंड [एससीजी] पर टीम इंडिया को 191 रनों पर समेटने के बाद मेजबान आस्ट्रेलियाई टीम ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक तीन विकेट पर 116 रन बना लिए हैं। रिकी पोंटिंग 44 और कप्तान माइकल क्लार्क 47 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए हैं। भारत के लिए जहीर खान ने शुरुआती तीनों विकेट अपने नाम किए।इससे पहले चायकाल के कुछ देर बाद ही भारत को 191 रनों पर समेटने के बाद आस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही। सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर [8] जहीर की गेंद पर स्लिप में कैच दे बैठे, वीवीएस लक्ष्मण से कैच छूटा तो उनके पीछे खड़े सचिन तेंदुलकर ने आसानी से कैच लपक लिया और आस्ट्रेलिया को पहला झटका दिया। अपने पहले ओवर की आखिरी गेंद पर विकेट लेने के बाद दूसरे ओवर की पहली गेंद पर शान मार्श [0] को पवेलियन भेज जहीर ने भारत को वापसी दिलाई। एड कोवान [16] ने पोंटिंग के साथ मिलकर कुछ रन जोड़े ही थे कि जहीर ने कोवान को एलबीडब्ल्यू आउट कर आस्ट्रेलिया को तीसरा झटका दिया। इससे पहले युवा तेज गेंदबाज जेम्स पैटिंसन [4/43] की धार के आगे दिग्गज बल्लेबाज बेबस नजर आए और दूसरे टेस्ट के पहले दिन महज एक 191 रनों पर सिमट गए। भारत के लिए कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने नाबाद 57 रनों की पारी खेली।चायकाल से पूर्व पहली पारी में 178 रनों पर आठ विकेट से आगे खेलते हुए टीम इंडिया 59.3 ओवर में 191 रनों पर सिमट गई। इससे पहले के दोनों सत्रों में भारत ने चार-चार विकेट गंवाए थे। एक समय भारत के पांच विकेट मात्र 96 रन पर गिर चुके थे। लेकिन सातवें विकेट के लिए कप्तान धौनी और आर अश्विन [20] के बीच हुए 54 रनों की साझेदारी की बदौलत भारत डेढ़ सौ रनों का आंकड़ा पार करने में सफल रहा। चायकाल से पूर्व बेन हिलफेनहास ने अश्विन और जहीर खान [0] को लगातार गेंदों में आउट कर भारत को फिर बैकफुट में डाल दिया। जहीर के आउट होते ही चायकाल कर दिया गया। सचिन तेंदुलकर 41 रन बनाने के बाद पैटिंसन की गेंद पर बोल्ड हुए। सीरीज के दूसरे टेस्ट के लिए दोनों ने अपनी पिछली एकादश में कोई बदलाव नहीं किया है। भारत चार मैचों की टेस्ट सीरीज में मेलबर्न टेस्ट हारकर 1-0 से पीछे चल रहा है। इससे पूर्व धौनी का आस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला सही साबित नहीं हुआ। टीम का खाता भी नहीं खुला था कि पहले ही ओवर में आउट आफ फार्म चल रहे गौतम गंभीर का विकेट गंवा दिया। गंभीर पहले मैच की दोनों पारियों में भी असफल रहे थे। वह पैटिंसन की गेंद पर स्लिप में कैच आउट हुए। शुरुआती झटके के बाद वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ ने कोई हड़बड़ी नहीं दिखाई तथा स्कोर 30 रन तक ले गए। लेकिन इसी बीच अपनी लय पा चुके द्रविड़ पीटर सिडल की बाहर जाती गेंद को भांप नहीं सके और लेग साइड में खडे़ एड कोवान को कैच थमा बैठे। वह सिर्फ पांच रन बना सके।सिडल ने सीरीज में लगातार तीन बार उन्हें अपना निशाना बनाया। इसके बाद क्रीज पर तेंदुलकर आए और स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने जोरदार अंदाज में ताली बजाकर स्वागत किया। उन्होंने सहवाग के साथ आराम से खेलते हुए पारी को आगे बढ़ाया। लेकिन एक जीवनदान पा चुके सहवाग पैटिंसन की गेंद पर विकेटकीपर ब्रैड हैडिन को कैच थमा बैठे। उन्होंने 51 गेंदों में चार चौके के साथ 30 रन बनाए। भारत महज 55 रन पर अपने तीन विकेट गंवाकर गहरे संकट में दिख रहा था। पैटिंसन ने भारत को एक और झटका देते हुए वीवीएस लक्ष्मण [2] थर्ड स्लिप में खड़े शान मार्श के हाथों कैच आउट कराया। तेंदुलकर का साथ क्रीज पर विराट कोहली आए और दोनों लंच तक और कोई झटका नहीं लगने दिया। विराट 23 रन बनाकर सिडल का दूसरा शिकार बने। इसके बाद पैटिंसन ने तेंदुलकर को पवेलियन भेजकर भारत की मुश्किलें दोगुनी कर दीं। जहीर खान, ईशांत शर्मा और उमेश यादव बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। भारत की ओर से चार बल्लेबाज बिना खाता खोले ही पवेलियन लौटे। आस्ट्रेलिया की ओर से पैटिंसन ने चार, हिलफेनहास और सिडल ने तीन-तीन विकेट लिए। यादव के रूप में आखिरी विकेट लेते हुए सिडल ने टेस्ट क्रिकेट में 100 विकेट भी पूरे कर लिए।

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