लोकपाल को लेकर अन्ना हजारे 27 दिसंबर से फिर से अनशन पर बैठने वाले हैं। कांग्रेसी नेता भी अन्ना की आलोचना करने से बाज नहीं आ रहे हैं। क्या अन्ना के इस बार के अनशन को पहले जैसा समर्थन मिलेगा? क्या कांग्रेसी नेताओं का अन्ना की ऐसी आलोचना करना सही है? क्या बहस का मुद्दा यह नहीं होना चाहिए कि मजबूत लोकपाल कैसे बने? इन मुद्दों पर अपनी राय जाहिर कीजिए। होना हे क्या ये तो आने बाला बक्त ही बताये गा
हजारे के साथ हे हजारो युवा
अन्ना नहीं अंधी हे आने बाला गाँधी हे

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