click here

Friday, December 16, 2011

यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार व्यापक बदलाव




Dec 16, 07:45 pm

इलाहाबाद। माध्यमिक शिक्षा परिषद की वर्ष 2012 में होने वाली हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा का माहौल कुछ जुदा सा होगा। पेपर को लेकर हड़बड़ी में न तो छात्र होंगे और न ही शिक्षक। परीक्षा का दबाव भी कुछ हद तक कम होगा। यूपी बोर्ड के परीक्षा कार्यक्रम में व्यापक बदलाव के कारण परीक्षा बीते वर्ष की तुलना में जल्द निपटेगी तथा अध्यापकों को भी लंबी ड्यूटी से निजात मिलेगी।
यूपी बोर्ड परीक्षा के इतिहास में पहली बार 15 मिनट का समय छात्रों को पेपर पढ़ने के लिए अतिरिक्त दिया जा रहा है। इससे छात्रों को आराम से पूरे पेपर को पढ़ने का मौका मिलेगा। पहले परीक्षार्थियों को तीन घंटे में ही सारी प्रक्रिया पूरी कर पेपर देना होता था। विकलांगों-दृष्टिबाधितों को भी इस पेपर के लिए चार घंटे का समय दिया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों की तर्ज पर शहरी क्षेत्र की छात्राओं को भी स्वकेंद्र की सुविधा मुहैया कराई गई है। इस बार हाईस्कूल में 70 नंबर का पेपर होगा। 30 नंबर का आंतरिक मूल्यांकन होगा। इससे छात्रों के ऊपर अंकों का दबाव कम पड़ेगा। परिषद ने कक्षा नौ व दस की कम्प्यूटर विज्ञान की परीक्षा में पहली बार बहुविकल्पीय, लघुउत्तरीय प्रश्नों को शामिल किया है। इससे पहले तक कम्प्यूटर साइंस में दीर्घ उत्तरीय प्रश्न ही पूछे जाते रहे हैं। इस बदलाव से बोर्ड परीक्षार्थियों को काफी सहूलियत होगी।
माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव प्रभा त्रिपाठी ने दावा किया कि इस बार ब्लैक लिस्ट किए गए विद्यालय किसी भी हालत में परीक्षा केंद्र नहीं बनाए जाएंगे। नकल पर अंकुश लगाने लिए शासन ने इंटरमीडिएट की परीक्षा में उत्तर पुस्तिका में कोडिंग व्यवस्था लागू करने की घोषणा की है। हाईस्कूल में केवल दस संवेदनशील मंडलों में ही कोडिंगयुक्त कॉपियां बांटी जाएंगी। हाईस्कूल में सभी कॉपियों में कोड नंबर डालने की व्यवस्था नहीं है। कोडिंग से कॉपियों की अदला-बदली नहीं की जा सकेगी। बोर्ड परीक्षा में अक्सर यह शिकायत आती थी कि छात्र ने सादी कॉपी जमा कर दी।

No comments:

Post a Comment

click here

AIRTEL

click here