चर्चा की शुरुआत आडवाणी ने की. आडवाणी ने कहा की २५ लाख करोड रुपये जो की विदेशो में है उसे वापस लाने के लिए तुरंत ही उपयुक्त कदम उठाये जाने चाहिए .और श्वेत पत्र जारी कर उन सभी नामो
का खुलासा किया जाना चाहिए जो की विदेशो में अपनी काली कमाई का काला धन रखते है
आडवाणी के अनुसार ऐसे भारतीय जो की विदेशो में अपना काला धन रखते है उन्हें किसी भी प्रकार का संरक्षण न देकर उनके नामो की एक सूचि तैयार करके देश के सामने रख देनी चाहिए.
और काले धन को विदेशो से वापस लाने के लिए सरकार ने अभी तक क्या-क्या प्रयत्न किये और कब किये इस बात का जिक्र भी श्वेत पत्र में किया जाना चाहिए.
समाजवादी के मुलायम सिंह यादव ने अपना पक्ष रखते हुए कहा की काला धन चोरी के सामान होता है हमारे देश के ऊपर जितना कर्ज है उससे भी दोगुना विदेशो में जमा काला धन है.सरकार में इतनी हिम्मत नही की वह विदेशो से काला धन वापस ला पाए.सदन में वित् मंत्री के सामने चुटकीले अंदाज में मुलायम सिंह ने कहा-क़ि काला धन वापस लाओ और वोट पाकर सरकार बनाओ.
लालू प्रसाद ने अपना बचाव करते हुए कहा की लोग फर्जी कागज बना कर पेश कर रहे है और विदेशो में काला धन रखने वाले लोगो में उनका नाम भी लिखकर जारी कर दिया. लालू प्रसाद का कहना है की मेरा नाम गलत तरीके से उपयोग किया जा रहा है.
भारतीय जनता के बीच अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के आंदोलनों ने एक क्रांति सी ला दी है.जिससे सरकार डर सी गयी है और जनता के बीच अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रही है. अन्ना के आन्दोलन के कारण राजनेताओ के खिलाफ नफरत का माहोल पैदा हो गया है.जिसे सरकार जल्द से जल्द समाप्त करना चाहती है.
देखना होगा की क्या करेगी सरकार काला धन वापस लाने के लिए और क्या सरकार काला धन रखने वाले लोगो के नामो का खुलासा करेगी या नही.
No comments:
Post a Comment